बघेली दादर गीत- एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत / bagheli dadar geet lyrics hindi / khelat rahu balu ret

बघेली दादर गीत
एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत
एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।{3}
{1}-ए जी ससुरू जगामइ आधी रात,ससुइया गारी देतइ उठी{2}
ए जी खेलत.....
ए जी खेलत...
{2}-ए जी जेठ जगामइ आधी रात,जेठानी गारी देतइ उठी{2}
एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।{3}
{4}-ए जी नंदोईया जगामइ आधी रात,ननदिया गारी देतइ उठी{2}
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