जय जय जय श्रीदेवकीनन्दन। jay jay jay devki nandan जय जय जय श्रीदेवकीनन्दन। jay jay jay devki nandanजय जय जय श्रीदेवकीनन्दन। प्रेम भक्ति की खान मनोहर उर धरि ध्यान करूँ पग वन्दन।। जगत ओर ते मौन धरी जिन निशिदिन रटत यशोदानन्दन। 'ललितलडैती' दरस किए उन दूर होत तछिन भवबन्धन ।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindi जय जय जय श्रीदेवकीनन्दन। jay jay jay devki nandan Share this post