मोहिं लागि लगन गुरु-चरणन की। mira ji ke pad मोहिं लागि लगन गुरु-चरणन की। mira ji ke padमोहिं लागि लगन गुरु-चरणन की। चरण बिना कछु नाहिं भावै जगमाया सब सपनन की।। भवसागर सब सूख गयो है फिकर नहीं मोहे तरनन की। 'मीरा' के प्रभु गिरधर नागर आस गही गुरु-सरनन की।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindibraj ke pad मोहिं लागि लगन गुरु-चरणन की। mira ji ke pad Share this post