कर दो दूर प्रभु मेरे मन में kar do dur prabhu
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में अन्धेरा हैं।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
हरि
तुमसे बिछडे हुये कई युग बीत गये।
अब
आन मिलो प्रियतम मेरे मन में प्यार तेरा है ।
इतना तो बता दो मुझे मेरी मंजिल है कहाँ।
अब ले चलो मुझको वहाँ जहाँ संतो का डेरा है।
जब
से तेरी लगन लगी मेरे मन में कलियाँ खिली।
अब
जाग उठी किस्मत हुआ दर्शन तेरा है।
दर्शन पाये बिना तेरे दर से हटेंगे नही ।
अब हमने डाल दिया तेरे दर पर डेरा है ॥