लक्ष्मी पूजन विधि मंत्र सहित PDF \ lakshmi pujan pdf
लक्ष्मी पूजन pdf download
लक्ष्मी पूजन विधि और मंत्रों का उपयोग व्यक्ति की भक्ति और श्रद्धा के साथ किया जाता है। यहां कुछ आम लक्ष्मी पूजन के निर्देश और मंत्र दिए जा रहे हैं:
लक्ष्मी पूजन विधि:
स्थान तय करें: पूजा के लिए एक शुद्ध और साफ स्थान चयन करें, जहां आप पूजा कर सकते हैं।
मूर्ति या चित्र प्रतिष्ठापन: लक्ष्मी माता की मूर्ति या उनकी चित्र को पूजा स्थान पर स्थापित करें।
कलश स्थापना: एक कलश में पानी भरें और उसमें सुपारी, सिक्के, फूल, और अगरबत्ती डालें। इसे पूजा स्थान पर रखें।
लक्ष्मी गायत्री मंत्र: "ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि। तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्।"
दीपाराधना: पूजा स्थान पर दीपक जलाएं और अगरबत्ती जलाएं।
पुष्पाञ्जलि अर्पण: फूलों के हार को लक्ष्मी माता के पैरों के सामने रखें और मंत्र के साथ पुष्पाञ्जलि अर्पण करें।
लक्ष्मी स्तोत्र रेचना: लक्ष्मी स्तोत्रों का पाठ करें, जैसे कि "श्री सूक्त" या "महालक्ष्मी अष्टकम"।
लक्ष्मी आराधना: अपनी भक्ति और श्रद्धा के साथ लक्ष्मी माता की पूजा करें, माता की कृपा के लिए प्रार्थना करें।
लक्ष्मी आरती: पूजा के बाद लक्ष्मी आरती गाएं और मूर्ति को प्रदक्षिणा करें।
प्रसाद बाँटें: पूजा के बाद प्रसाद को चढ़ाएं और फिर उसे बाँटें।
लक्ष्मी मंत्र:
"ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद। श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नमः।"
"ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।"
"ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद। ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मयै नमः।"
यह मंत्र और विधि किसी भी शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन के लिए उपयुक्त हो सकती हैं। ध्यान और श्रद्धा से इन्हें करना चाहिए।