F भागवत कथा कैसे सीखें – घर बैठे, पूरी भागवत कथा कहने लायक बनें - bhagwat kathanak
भागवत कथा कैसे सीखें – घर बैठे, पूरी भागवत कथा कहने लायक बनें

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भागवत कथा कैसे सीखें – घर बैठे, पूरी भागवत कथा कहने लायक बनें

भागवत कथा कैसे सीखें – घर बैठे, पूरी भागवत कथा कहने लायक बनें

भागवत कथा कैसे सीखें – घर बैठे, पूरी भागवत कथा कहने लायक बनें

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ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॥
जय श्री कृष्ण-कन्हैया लाल की ॥
जय श्रीमद् भागवत महापुराण की ॥

आज के युग में जब लोग मोबाइल और सोशल मीडिया में डूबे रहते हैं, ऐसे में श्रीमद् भागवत कथा का अमृत की वर्षा करती है। यदि आपके मन में भी यह भाव जागा है कि “मैं भी भागवत कथा सुना सकूँ”, “मैं भी व्यास गद्दी पर बैठकर रसिकजनो को रस पिलाऊँ” – तो यह लेख आपके लिए ही लिखा गया है।

इस लेख में हम आपको A से Z तक बताने जा रहे हैं कि घर बैठे भागवत कथा कैसे सीखी जाए, बिना किसी आश्रम में गए भी आप इतना कुशल हो सकते हैं कि लोग आपकी कथा सुनने के लिए लालायित हो जाएँ।

भागवत कथा सीखने के चार मुख्य सोपान

  1. श्रवण (सुनना)
  2. मनन (समझना)
  3. अभ्यास (बोलना)
  4. प्रसारण (सुनाना)

पहला चरण – सही श्रवण (सुनना)

भागवत कथा सीखने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण नियम है – “जैसा सुनोगे, वैसा ही बोलोगे”। इसलिए सबसे पहले आपको सही व्यास पीठ के महान कथाकारों की कथा सुननी है। नीचे कुछ चुनिंदा नाम दिए जा रहे हैं जिनकी कथा सुनकर आपकी भाषा अपने आप मधुर हो जाएगी:

  • पूज्य श्री रमेश भाई ओझा जी
  • श्री विनोद बिहारी दास बाबाजी महाराज
  • श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज
  • महाराज श्री देवकीनंदन ठाकुर जी
  • श्री संकर्षण रामानुज दास जी महाराज (श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र के संस्थापक)

इन सभी महापुरुषों की कम से कम 5-5 पूरी सप्ताह कथाएँ सुनें। आजकल यूट्यूब पर पूरी 7 दिवसीय कथाएँ उपलब्ध हैं। रोज कम से कम 3-4 घंटे कथा सुनें।

दूसरा चरण – मूल ग्रंथ का अध्ययन

भागवत कथा का आधार है श्रीमद् भागवत महापुराण। आपको निम्न किताबें अवश्य रखनी चाहिए:

  1. गीता प्रेस गोरखपुर वाली श्रीमद्भागवत (संस्कृत + हिंदी अनुवाद)
  2. श्रीमद्भागवत सुबोधिनी टीका (श्री वल्लभाचार्य सम्प्रदाय)
  3. bhagwat kathanak (श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र द्वारा प्रकाशित नोट्स)
  4. भागवत कथा सार – आचार्य शिवम् मिश्र जी महाराज (संकर्षण रामानुज दास)

हर रोज 10-15 श्लोक पढ़ें, उनका हिंदी अर्थ समझें और एक छोटा सा प्रसंग अपने शब्दों में लिखें।

तीसरा चरण – कहानी का ढांचा समझें

एक सप्ताह कथा में कुल मिलाकर 40-45 मुख्य प्रसंग आते हैं। इन्हें याद रखना बहुत जरूरी है:

दसवें स्कन्ध के प्रमुख प्रसंग

  1. श्री कृष्ण जन्मोत्सव
  2. पूतना उद्धार
  3. शकट भंजन, तृणावर्त वध
  4. माखन चोरी लीलाएँ
  5. गोवर्धन पूजा
  6. रास पंचाध्यायी
  7. कंस वध
  8. उद्धव संदेश (11वें स्कन्ध का सार)

इन सभी प्रसंगों की एक सूची बनाएँ और रोज एक प्रसंग को पूरी तरह तैयार करें।

चौथा चरण – बोलने का अभ्यास (सबसे महत्वपूर्ण)

कथा सीखने का असली मजा तो बोलने में है। निम्न तरीके अपनाएँ:

  • हर रोज सुबह आईने के सामने 30 मिनट कथा बोलें
  • मोबाइल में अपनी रिकॉर्डिंग करें और सुनें
  • घर के बच्चों या परिवार के सामने छोटी-छोटी कथा सुनाएँ
  • रोज कम से कम 100 श्लोक जोर-जोर से बोलें ताकि उच्चारण मजबूत हो

घर बैठे भागवत कथा सीखने का सबसे तेज तरीका 

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श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र – घर बैठे भागवत कथा सीखने का सबसे विश्वसनीय माध्यम

यदि आप सचमुच गंभीर हैं और चाहते हैं कि कोई अनुभवी आचार्य आपको व्यक्तिगत मार्गदर्शन दे, तो आज ही जुड़ें:

🌸 श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र 🌸 संस्थापक – सुप्रसिद्ध कथा वाचक एवं प्रशिक्षक आचार्य शिवम् मिश्र जी महाराज (संकर्षण रामानुज दास)

यहाँ आपको मिलता है:

  • 8 महीने का पूरा ऑनलाइन भागवत कथा प्रशिक्षण कोर्स
  • रोज लाइव क्लास + रिकॉर्डेड वीडियो
  • सभी 12 स्कन्धों के तैयार नोट्स + ऑडियो
  • हर प्रसंग का तैयार भाषण + पद गायन
  • व्यक्तिगत फीडबैक
  • कोर्स पूरा होने पर प्रमाण पत्र

हजारों छात्र आज इस संस्थान से प्रशिक्षण लेकर देश-विदेश में कथा सुना रहे हैं।

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(भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा)

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अंतिम संदेश

प्रिय साधक, भागवत कथा कोई डिग्री नहीं, यह भगवान का प्रेम है। जितना आप इसमें डूबेंगे, उतना ही भगवान आपको व्यास गद्दी पर बिठाएँगे।

आज ही संकल्प लें – “मैं भागवत कथा अवश्य सीखूँगा/सीखूँगी और जीवन को धन्य बनाऊँगा/बनाऊँगी”

जय श्री राधे-कृष्ण ॥ जय श्रीमद् भागवत महापुराण की ॥ जय संकर्षण रामानुज दास जी महाराज की ॥

भागवत सप्ताहिक कथा ऑनलाइन कक्षा

स्वागत है श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र पर!

यदि आप भी भागवत सप्ताहिक कथा सीखकर भागवत कथा प्रवक्ता बनना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है! हमारा श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र आपको भागवत पुराण की गहन ऑनलाइन कक्षा से जोड़कर आपके इस संकल्प को पूर्ण करने का अवसर प्रदान करता है। यह एक ऐसा मंच है जहां आप न केवल भागवत कथा का ज्ञान प्राप्त करेंगे, बल्कि इसे प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की कला भी सीखेंगे। पूज्य गुरुदेव आचार्य शिवम मिश्र जी महाराज के मार्गदर्शन में, आप विधिवत तैयारी कर सकते हैं और विश्व स्तर पर फैले भक्तों के बीच अपनी पहचान बना सकते हैं।

https://youtu.be/WCLu3SsqTsE?si=DGIyt-otkINr2nJz

पाठ्यक्रम का विवरण

हमारा भागवत सप्ताहिक कथा पाठ्यक्रम कुल 7 महीनों का है, जो आपको चरणबद्ध तरीके से भागवत पुराण की गहराई तक ले जाएगा। यह कोर्स विशेष रूप से उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो कथा वाचन की कला में निपुण बनना चाहते हैं। कक्षा जूम ऐप के माध्यम से संचालित होती है, जो आपको घर बैठे ही इस दिव्य ज्ञान से जोड़ती है।

  • कक्षा का समय: संध्याकालीन शाम को 7:30 बजे से 9:00 बजे तक। यह समय आपके दैनिक जीवन के साथ आसानी से समन्वित हो जाता है।
  • छात्रों की पहुंच: भारत के सभी प्रांतों से छात्र-छात्राएं जुड़कर लाभ उठा रहे हैं। इसके अलावा, देश के बाहर अन्य देशों से भी भगवत भक्त इस कथा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। चाहे आप कहीं भी हों, यह कक्षा आपको वैश्विक समुदाय का हिस्सा बना देगी।

कक्षा की संरचना और अभ्यास

कक्षा की संरचना इतनी व्यवस्थित है कि आपका हर सत्र ज्ञानवर्धक और अभ्यासपूर्ण हो। पूज्य गुरुदेव आचार्य शिवम मिश्रा जी महाराज के मार्गदर्शन में निम्नलिखित तरीके से कक्षा चलती है:

प्रसंग की व्याख्या: सर्वप्रथम, पूज्य गुरुदेव द्वारा कथा प्रसंग को 30 मिनट तक विस्तार से समझाया और पढ़ाया जाता है। यह आपको मूल भावना और अर्थ की गहराई प्रदान करता है।

https://www.youtube.com/watch?v=34osrt1ZhNU

श्लोकों का अभ्यास: उसके बाद, बारी-बारी से सभी छात्रों से इस श्लोक की चौपाई सुनाई जाती है। आपको वही श्लोक सुनना होता है जो आपने पिछले दिन भेजे गए इस श्लोकों को याद किया है। यह अभ्यास आपकी स्मृति और उच्चारण को मजबूत बनाता है।

https://www.youtube.com/watch?v=-htFreDWGIM&t=404s

कथा बोलने का अभ्यास: इसके बाद, भागवत कथा बोलने का अभ्यास करवाया जाता है। अभ्यास की सूची पहले से तैयार की जाती है, और गुरुदेव के मार्गदर्शन के अनुसार ही यह निर्धारित होता है कि किस प्रसंग पर किस छात्र को कब प्रवचन देना है। इस प्रकार, आप सभी छात्रों के सामने अपना वक्तव्य और प्रवचन प्रस्तुत करते हैं। यह व्यावहारिक अभ्यास आपको आत्मविश्वास से भर देगा और आपको एक कुशल कथा वाचक बना देगा।

https://youtu.be/cDXUrhsWi6U?si=iucAJuX2eKBUDYk-

यह संरचना न केवल सैद्धांतिक ज्ञान देती है, बल्कि व्यावहारिक कौशल भी विकसित करती है, ताकि आप कहीं भी कथा का आयोजन कर सकें।

कक्षा से जुड़ने की प्रक्रिया

यदि आप भागवत सप्ताहिक कथा सीखना चाहते हैं और कक्षा से जुड़ना चाहते हैं, तो प्रक्रिया बेहद सरल है:

  • डेमो क्लास: सबसे पहले, एक दिन की डेमो क्लास लें। इससे आपको कक्षा का अंदाज़ा हो जाएगा।
  • नामांकन: डेमो क्लास के बाद, नामांकन प्रक्रिया को पूर्ण करें। नामांकन के बाद ही आपको कक्षा ग्रुप से जोड़ा जाएगा।
  • दैनिक सामग्री: ग्रुप में आपको प्रतिदिन पढ़ने का ऑडियो रिकॉर्डिंग, वीडियो रिकॉर्डिंग और श्लोकों का रिकॉर्डिंग प्राप्त होगा। यदि कभी आप कक्षा से न जुड़ पाएं, तो कोई हानि नहीं—आपको पीडीएफ के रूप में कथा नोट्स प्रदान किए जाएंगे, ताकि आप अपना अध्ययन जारी रख सकें।

यह लचीलापन सुनिश्चित करता है कि आपका सीखना कभी रुके नहीं।

प्रमाण पत्र प्राप्ति प्रक्रिया

हमारा कोर्स पूर्ण करने पर प्रदान किया जाने वाला प्रमाण पत्र आपके समर्पण और सीखे गए ज्ञान का प्रमाण है। यह प्रमाण पत्र न केवल आपके रिज्यूमे को मजबूत बनाता है, बल्कि आपको विभिन्न धार्मिक आयोजनों, मंदिरों और भक्ति समुदायों में कथा वाचन के अवसर प्रदान करने में भी सहायक होता है। प्रमाण पत्र प्राप्ति की प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और चरणबद्ध है, ताकि आप बिना किसी जटिलता के इसे प्राप्त कर सकें। नीचे विस्तृत प्रक्रिया दी गई है:

1. कोर्स की पूर्णता सुनिश्चित करें

  • समयावधि: पूरे 7 महीनों की कक्षाओं को नियमित रूप से पूर्ण करें। प्रत्येक महीने के अंत में प्रगति रिपोर्ट जमा करें, जिसमें आपके द्वारा किए गए अभ्यासों का विवरण हो।
  • न्यूनतम उपस्थिति: कुल कक्षाओं का कम से कम 80% उपस्थिति अनिवार्य है। यदि आप किसी कक्षा में अनुपस्थित रहें, तो उपलब्ध रिकॉर्डिंग्स और पीडीएफ नोट्स के माध्यम से स्व-अध्ययन करें और अगली कक्षा में रिपोर्ट करें।
  • मासिक मूल्यांकन: हर महीने के अंत में एक छोटा मूल्यांकन (जैसे श्लोक पाठ या छोटा प्रवचन) होता है, जिसे सफलतापूर्वक पास करना आवश्यक है।

2. अंतिम मूल्यांकन और प्रस्तुति

  • अंतिम सत्र: कोर्स के अंतिम महीने में एक विशेष अंतिम सत्र आयोजित किया जाता है, जहां आपको पूरे कोर्स के प्रमुख प्रसंगों पर आधारित एक पूर्ण प्रवचन प्रस्तुत करना होता है। यह प्रस्तुति जूम पर लाइव होती है और सभी सह-छात्रों तथा गुरुदेव के समक्ष की जाती है।
  • मूल्यांकन मानदंड: आपकी प्रस्तुति का मूल्यांकन निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:
    • सामग्री की सटीकता: श्लोकों, प्रसंगों और भागवत पुराण के मूल अर्थ की सही व्याख्या।
    • प्रस्तुति कौशल: उच्चारण, भावपूर्ण वर्णन, श्रोताओं को बांधने की क्षमता।
    • समय प्रबंधन: निर्धारित समय (लगभग 20-30 मिनट) में पूर्णता।
  • फीडबैक: गुरुदेव द्वारा तत्काल फीडबैक प्रदान किया जाता है, और यदि आवश्यक हो तो सुधार के सुझाव दिए जाते हैं।

https://youtu.be/8f0AMncaZr4?si=mzhVIUlxnWwINcIs

3. प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया

  • सत्यापन: अंतिम मूल्यांकन के 7-10 दिनों के भीतर, संस्थान की टीम द्वारा आपकी प्रगति, उपस्थिति और मूल्यांकन को सत्यापित किया जाता है।
  • डिजाइन और सामग्री: प्रमाण पत्र डिजिटल और भौतिक दोनों रूपों में जारी किया जाता है। इसमें शामिल होते हैं:
    • आपका नाम, कोर्स विवरण, पूर्णता तिथि।
    • पूज्य गुरुदेव आचार्य शिवम मिश्रा जी महाराज का हस्ताक्षर और संस्थान की मुहर।
    • आपके द्वारा प्राप्त ग्रेड या "सफलतापूर्वक पूर्ण" का उल्लेख।
  • प्राप्ति माध्यम:
    • डिजिटल प्रमाण पत्र: ईमेल के माध्यम से पीडीएफ फॉर्मेट में तुरंत भेजा जाता है। आप इसे लिंक्डइन या अन्य प्लेटफॉर्म्स पर साझा कर सकते हैं।
    • भौतिक प्रमाण पत्र: यदि आप चाहें, तो पोस्ट के माध्यम से फ्रेम्ड प्रमाण पत्र (लगभग 15 दिनों में) प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए अतिरिक्त शिपिंग शुल्क लागू हो सकता है।
  • समयसीमा: सत्यापन के बाद 15 दिनों के भीतर प्रमाण पत्र जारी हो जाता है।

कोर्स फीस और छूट

भागवत सप्ताहिक कथा के पूरे कोर्स की फीस ₹21,000 है। हम समझते हैं कि यह निवेश आपके भक्ति मार्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए:

  • इंस्टॉलमेंट विकल्प: आप इसे इंस्टॉलमेंट में जमा कर सकते हैं—हर महीने थोड़ी-थोड़ी राशि देकर।
  • विशेष छूट: यदि आप गुरुकुल के छात्र हैं, पुरोहिताई का कर्म करते हैं, या संत हैं, तो आपके लिए विशेष छूट उपलब्ध है। यह छूट आपके समर्पण को सम्मान देती है।

फीस का यह मॉडल आपको बिना किसी आर्थिक बोझ के कोर्स पूरा करने में मदद करता है।

संपर्क करें और जुड़ें

यदि आप कक्षा से जुड़ना चाहते हैं, तो तुरंत हमसे संपर्क करें! आइकन पर क्लिक करके अपना नाम, पता, एड्रेस और अध्ययन विषय का फॉर्म भरें, और इसे व्हाट्सएप के माध्यम से हमें प्रेषित करें। हम जल्द ही आपके साथ जुड़ेंगे।


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