( भागवत भजन माला )
प्रथम दिवस ज्ञान वैराग्य भक्ति का दुख
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा भजन लिरिक्स
bankebihari re dur karo dukh mera lyrics
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा।
सुना है जो तेरे दर पै आवे, तन मन के दुखडे मिट जावें।
जब आवै शरण तिहारी रे |
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा
जनम जनम का मै हूँ भटका, बेडा आय भंवर में अटका।
पार करो गिरधारी रे॥
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा
शबरी अहिल्या गणिका तारी, मीरा तुमने पार उतारी।
अब आई हमारी बारी रे॥बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा
मोर मुकुट पीताम्बर धारी, संग में हो वृषभानु दुलारी।
मोहन गिरवर धारी रे॥
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा