( भागवत भजन माला )
प्रथम दिवस ज्ञान वैराग्य भक्ति का दुख
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में भजन लिरिक्स
kar do dur prabhu bhajan lyrics
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में अन्धेरा हैं।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
हरि तुमसे बिछडे हुये कई युग बीत गये।
अब आन मिलो प्रियतम मेरे मन में प्यार तेरा है।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
इतना तो बता दो मुझे मेरी मंजिल है कहाँ।
अब ले चलो मुझको वहाँ जहाँ संतो का डेरा है।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
जब से तेरी लगन लगी मेरे मन में कलियाँ खिली।
अब जाग उठी किस्मत हुआ दर्शन तेरा है।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
दर्शन पाये बिना तेरे दर से हटेंगे नही।
अब हमने डाल दिया तेरे दर पर डेरा है।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में अन्धेरा हैं।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा हैं।