प्रेरक कहानी- कुदरत के दो रास्ते / motivational short story in hindi 2020

 कुदरत के दो रास्ते


एक बच्चा दोपहर में नंगे पैर फूल बेच रहा था। लोग मोलभाव कर रहे थे। एक सज्जन ने उसके पैर देखे; बहुत दुःख हुआ। वह भागकर गया, पास ही की एक दुकान से बूट लेकर के आया और कहा-बेटा! बूट पहन ले। 

लड़के ने फटाफट बूट पहने, बड़ा खुश हुआ और उस आदमी का हाथ पकड़ के कहने लगा-आप भगवान हो। वह आदमी घबराकर बोलानहीं...नहीं...बेटा ! मैं भगवान नहीं। 

फिर लड़का बोला-जरूर आप भगवान के दोस्त होंगे, क्योंकि मैंने कल रात ही भगवान को अरदास की थी कि भगवानजी, मेरे पैर बहुत जलते हैं। मुझे बूट लेकर के दो। 

वह आदमी आंखों में पानी लिये मुस्कराता हुआ चला गया, पर वो जान गया था कि भगवान का दोस्त बनना ज्यादा मुश्किल नहीं है। कुदरत ने दो रास्ते बनाए हैं- देकर जाओ या छोड़कर जाओ साथ लेकर के जाने की कोई व्यवस्था नहीं।

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