F विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi - bhagwat kathanak
विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi

bhagwat katha sikhe

विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi

विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi

 विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi


विद्यते ह्रदयग्रन्थिश्छिद्यन्ते सर्व संसयाः |

क्षीयन्ते चास्य कर्माणि दृष्टएवात्मनीश्वरे ||
जब उस तत्व का ज्ञान होता है तब ह्रदय की गांठ खुल जाती है समस्त संदेह निवृत्त हो जाते हैं और कर्म बंधन छीड़ हो जाते हैं | 

 विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi

  • आप के लिए यह विभिन्न सामग्री उपलब्ध है-

 भागवत कथा , राम कथा , गीता , पूजन संग्रह , कहानी संग्रह , दृष्टान्त संग्रह , स्तोत्र संग्रह , भजन संग्रह , धार्मिक प्रवचन , चालीसा संग्रह , kathahindi.com 

आप हमारे  whatsapp  ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें- click here

विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi

     विद्यते ह्रदयग्रन्थि /vidyate hradayagranthi

    Ads Atas Artikel

    Ads Center 1

    Ads Center 2

    Ads Center 3