आचार्यो ब्रम्हणो मूर्तिः /acharyo bramhno murtih
आचार्यो ब्रम्हणो मूर्तिः पिता मूर्तिः प्रजापतेः |
भ्राता मरुत्पतेर्मूर्तिर्माता साक्षात् क्षितेस्तनुः ||
( 6.7.29 )
आचार्य वेद की मूर्ति है, पिता ब्रह्मा की, भाई इंद्र की और माता साक्षात प्रथ्वी की मूर्ति है , बेटा विश्वरूप दैत्यों ने हमसे हमारा राज्य छीन लिया है इसी दुख से दुखी हो हम आपकी शरण में आए हैं | आचार्यो ब्रम्हणो मूर्तिः /acharyo bramhno murtih
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