भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih
भगवानपिता रात्रिः शरदोत्फुल्लमल्लिकाः |
वीक्ष्य रन्तुं मनश्चक्रे योगमायामुपाश्रितः |
शरद पूर्णिमा की रात्रि में जब पूर्व दिशा से पूर्ण चंद्र का उदय हुआ | चमेली तथा वेला आदि पुष्पों की सुगंध से वन सुभाषित हो रहा था | उस समय योगमाया का आश्रय ले भगवान श्री कृष्ण ने रासलीला का मन बनाया |
भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih
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