F भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih - bhagwat kathanak
भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih

bhagwat katha sikhe

भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih

भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih

 भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih


भगवानपिता रात्रिः शरदोत्फुल्लमल्लिकाः |
वीक्ष्य रन्तुं मनश्चक्रे योगमायामुपाश्रितः |
शरद पूर्णिमा की रात्रि में जब पूर्व दिशा से पूर्ण चंद्र का उदय हुआ | चमेली तथा वेला आदि पुष्पों की सुगंध से वन सुभाषित हो रहा था | उस समय योगमाया का आश्रय ले भगवान श्री कृष्ण ने रासलीला का मन बनाया | 

 भगवानपिता रात्रिः /bhagavan pita ratrih

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