कदपत्यं वरं मन्ये /Kadpatyaṁ varaṁ manyē
कदपत्यं वरं मन्ये सदपत्याच्छुचां पदात |
निर्विद्येत गृहान्मर्त्यो यत्क्लेशनिवहा गृहाः ||
मैं सुपुत्र की अपेक्षा दुष्ट पुत्र को श्रेष्ठ मानता हूं क्योंकि सुपुत्र का त्याग करना बड़ा ही कठिन है परंतु दुष्ट पुत्र घर को नर्क बना देता है जिससे सहज में ही उससे छुटकारा मिल जाता है,,,
कदपत्यं वरं मन्ये /Kadpatyaṁ varaṁ manyē
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