F फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē - bhagwat kathanak
फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē

bhagwat katha sikhe

फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē

फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē

 फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē


फाल्गुनस्यामले  पक्षे   द्वादशाहं  पयोव्रत: । 
अर्चयेदर विन्दाक्षं  भक्त्या     परमयान्वित: ।। ८/१६/२५

देवी फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में मात्र दुग्ध पान कर बारह दिनों तक यह व्रत किया जाता है |अमावश्या को किसी पवित्र तीर्थ में स्नान करें षोडशोपचार से द्वादशाक्षर मंत्र के द्वारा भगवान श्रीहरि की पूजा करें | सामा की खीर बनायें उसी का भोग लगाएं उसी से हवन करें प्रतिदिन कम से कम दो ब्राह्मणों को भोजन कराएं |

ब्रह्मचर्य का पालन करें ,पृथ्वी में सयन करें ,तीनों समय स्नान करें ,झूठ ना बोले ,जब वृत पूर्ण हो जाए तो तेरहवें दिन भगवान का अभिषेक करें, हवन करायें कम से कम बारह ब्राह्मणों को भोजन कराएं |

 फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē


 फाल्गुनस्यामले पक्षे /Phālgunasyā malē pakṣhē


    Ads Atas Artikel

    Ads Center 1

    Ads Center 2

    Ads Center 3