teri ban jayegi govind lyrics तेरी बन जैहैं गोविन्द गुण गायेसे
तेरी बन जैहैं गोविन्द गुण गायेसे, राम गुण गायेसे ॥ टेर ॥
ध्रुव की बन गई, प्रह्लाद की बन गई।
दुरपदी की बन गई, चीरके बढायेसे॥ तेरी बन.... ॥
बाली की बन गई, सुग्रीव की बन गई।
हनुमत की बन गई, सिया-सुधि लायेसे॥ तेरी बन.... ॥
नन्द की बन गई, यशोदा की बन गई।
गोपियाँ की बन गई, माखन के खवायेसे॥ तेरी बन.... ॥
गज की बन गई, गीध की बन गई।
केवट की बन गई, नाव पे चढायेसे॥ तेरी बन.... ॥
उद्धव की बन गई, भीष्म की बन गई।
अर्जुन की बन गई, गीता-ज्ञान पायेसे॥तेरी बन.... ॥
तुलसी की बन गई, सूरा की बन गई।
मीरा की बन गई, गोविन्द के रिझायेसे॥ तेरी बन.... ॥