अब तो लगी लगन ab to lagi lagan lyrics
अब तो लगी लगन ये मिट्टी में है मिल जाना।
प्रेमी के प्रेम पथ पर मन हो गया दीवाना॥
मन हो गया दीवाना.......
मन हो गया दीवाना.......
दर-दर की खाक छानी दृग से बहाके पानी।
जो देखता सो कहता है नेह की निशानी ।
अब रो रहा हठी दिल, पहले कहा न माना ।
मन हो गया दीवाना.......
मन हो गया दीवाना.......
परवाह नहीं तन की बदली है गति नयन की।
सुनता नहीं हठी दिल गम है खुराक मन की।
पीने को मिलते आँसू हर रात में गम को खाना ।।
मन हो गया दीवाना...
मन हो गया दीवाना...
जब याद है सताती तो फटती है हाय छाती।
रो-रो के भेजता है उस बेनिशां को पाती।
पत्तों से पूछता है उसका पता ठिकाना ।
मन हो गया दीवाना.......
मन हो गया दीवाना.......
यह प्रेम पथ अगम है क्या भटकने का गम है।
दुनिया को हिला देंगे मन का यही नियम है।
रख श्याम को पुतली में हर निज को भूल जाना ॥
मन हो गया दीवाना........
मन हो गया दीवाना........
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