F अब तो लगी लगन ab to lagi lagan lyrics - bhagwat kathanak
अब तो लगी लगन ab to lagi lagan lyrics

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अब तो लगी लगन ab to lagi lagan lyrics

अब तो लगी लगन ab to lagi lagan lyrics

अब तो लगी लगन ab to lagi lagan lyrics

अब तो लगी लगन ये मिट्टी में है मिल जाना। 
प्रेमी के प्रेम पथ पर मन हो गया दीवाना॥
मन हो गया दीवाना....... 

दर-दर की खाक छानी दृग से बहाके पानी। 
जो देखता सो कहता है नेह की निशानी । 
अब रो रहा हठी दिल, पहले कहा न माना ।
मन हो गया दीवाना....... 

परवाह नहीं तन की बदली है गति नयन की। 
सुनता नहीं हठी दिल गम है खुराक मन की। 
पीने को मिलते आँसू हर रात में गम को खाना ।।
मन हो गया दीवाना... 

जब याद है सताती तो फटती है हाय छाती। 
रो-रो के भेजता है उस बेनिशां को पाती। 
पत्तों से पूछता है उसका पता ठिकाना ।
मन हो गया दीवाना....... 

यह प्रेम पथ अगम है क्या भटकने का गम है। 
दुनिया को हिला देंगे मन का यही नियम है। 
रख श्याम को पुतली में हर निज को भूल जाना ॥
मन हो गया दीवाना........

एक जोगी खड़ा तेरे द्वार ak jogi khada tere dwar lyrics

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