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अपनी वाणी में अमृत घोल apni wani me amrat ghol lyrics

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अपनी वाणी में अमृत घोल apni wani me amrat ghol lyrics

अपनी वाणी में अमृत घोल apni wani me amrat ghol lyrics

अपनी वाणी में अमृत घोल apni wani me amrat ghol lyrics

अपनी वाणी में अमृत घोल, ओ रसना राधे-राधे बोल।
ये बोल बड़े अनमोल, ओ रसना राधे-राधे बोल॥ 

राधाजी बरसाने वारी, राधाजी वृषभान दुलारी-2  
दो अक्षर आधार जगत के, ये अक्षर अनमोल॥
ओ रसना राधे-राधे बोल.. 

राधाजी महारास रचावे, राधाजी नन्दलाल नचावें। 
इस छवि को भरि के नैनन में, अंतर के पट खोल ॥
ओ रसना राधे-राधे बोल...

बिन राधा नहीं सजे बिहारी, बिन राधा नहीं मिले बनवारी। 
इनके चरण पकड़ ले बन्दे, भटक न दर दर डोल॥
ओ रसना राधे-राधे बोल....
एक जोगी खड़ा तेरे द्वार ak jogi khada tere dwar lyrics

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