मोहन से दिल क्यूँ लगाया है mohan se dil kyu lagaya hai lyrics
मोहन से दिल क्यूँ लगाया है ये मैं जानूँ या वो जाने
ये मैं जानूँ या वो जाने 2-छलिया से दिल क्यूँ लगाया है ये......
हर बात निराली है उसकी हर बात में है एक टेढ़ापन-2
टेढ़े पर दिल क्यूँ आया है ये मैं जानूँ या वो जाने-मोहन.....
जितना दिल ने तुझे याद किया उतना जग ने बदनाम किया-2
बदनामी का फल क्या पाया है ये मैं जानूँ या वो जाने-मोहन....
तेरे प्यार दिल दिवाना किया-मुझे इस जग से बेगाना किया 2
मैंने क्या खोया क्या पाया है ये मैं जानूँ या वो जाने-मोहन....
मिलता भी है वो मिलता भी नहीं-नजरों से मेरी हटता भी नहीं
ये कैसा जादू चलाया है ये मैं जानूँ या वो जानूँ-मोहन.....
मोहन से दिल क्यों लगाया है।
ये कैसा जादू चलाया है ये मैं जानूँ या वो जानूँ-मोहन.....
मोहन से दिल क्यों लगाया है।
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