ऐ श्याम तेरी वंशी पागल ye shyam teri bansi lyrics
ऐ श्याम तेरी वंशी-पागल कर जाती है।मुस्कान तेरी मीठी-घायल कर जाती है॥1॥
ऐ श्याम तेरी........
सोने की होती तो क्या करती ये वंशी।
जब बांस की होकर के इतना तड़पाती है॥॥
ऐ श्याम तेरी......
गऊये भी चराते हो गीता भी सुनाते हो।
होली के उत्सव की शोभा हमें भाती है।3।।
ऐ श्याम तेरी..
ऐ श्याम तेरी..
सोतों को जगाते हो रोतो को हँसाते हो।
रूठों को मनाने की कला तुम को आती है।4।।
ऐ श्याम तेरी........
ऐ श्याम तेरी........
यदि गोरे होते तो क्या करते योगेश्वर ।
जब काले रंग में ही दुनियां मर जाती है।5।।
ऐ श्याम तेरी........
ऐ श्याम तेरी........
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