F ऐ श्याम तेरी वंशी पागल ye shyam teri bansi lyrics - bhagwat kathanak
ऐ श्याम तेरी वंशी पागल ye shyam teri bansi lyrics

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ऐ श्याम तेरी वंशी पागल ye shyam teri bansi lyrics

ऐ श्याम तेरी वंशी पागल ye shyam teri bansi lyrics

ऐ श्याम तेरी वंशी पागल ye shyam teri bansi lyrics

ऐ श्याम तेरी वंशी-पागल कर जाती है।
मुस्कान तेरी मीठी-घायल कर जाती है॥1॥
ऐ श्याम तेरी........

सोने की होती तो क्या करती ये वंशी।
जब बांस की होकर के इतना तड़पाती है॥॥
ऐ श्याम तेरी...... 

गऊये भी चराते हो गीता भी सुनाते हो। 
होली के उत्सव की शोभा हमें भाती है।3।।
ऐ श्याम तेरी.. 

सोतों को जगाते हो रोतो को हँसाते हो। 
रूठों को मनाने की कला तुम को आती है।4।।
ऐ श्याम तेरी........ 

यदि गोरे होते तो क्या करते योगेश्वर । 
जब काले रंग में ही दुनियां मर जाती है।5।।
ऐ श्याम तेरी........
एक जोगी खड़ा तेरे द्वार ak jogi khada tere dwar lyrics

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