F बन्दौं चरण श्रीषड् गोसाईं। bando charan shri shad gosayi - bhagwat kathanak
बन्दौं चरण श्रीषड् गोसाईं। bando charan shri shad gosayi

bhagwat katha sikhe

बन्दौं चरण श्रीषड् गोसाईं। bando charan shri shad gosayi

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बन्दौं चरण श्रीषड् गोसाईं। bando charan shri shad gosayi

बन्दौं चरण श्रीषड् गोसाईं। 
श्रीमद् रूपसनातन जीवहिं युग-रघुनाथ गोपाल सदाई ।। 
श्रीचैतन्यदेव प्रिय पार्षद प्रेम-भक्ति रसखानि सुहाई। 
श्रीवृन्दावन प्रगट कियो जिन राधाकृष्ण रस-केलि बताईं।। 
ब्रज-अनुराग-तत्व के ज्ञाता वीतराग मूरति सुघराईं। 
'श्यामदास' हित भक्ति-कल्पतरु त्रिविध ताप भव-त्रास नसाईं।।

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Bhagwat Kathanak            Katha Hindi

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