F रे मन वृन्दावनविपिन निहार। ब्रज के भजन पद - bhagwat kathanak
रे मन वृन्दावनविपिन निहार। ब्रज के भजन पद

bhagwat katha sikhe

रे मन वृन्दावनविपिन निहार। ब्रज के भजन पद

रे मन वृन्दावनविपिन निहार। ब्रज के भजन पद

 रे मन वृन्दावनविपिन निहार। ब्रज के भजन पद

श्रीबन धाम सबन तें नीकौं। shriban dham saban te niko

रे मन वृन्दावनविपिन निहार। 
यद्यपि मिले कोटि चिन्तामणि, तदपि न हाथ पसार।। 
विपिन-राज सीमा के बाहर हरिहूँ को न निहार। 
जय "श्रीभट्ट" धूर-धूसर तन यह आशा उरधार।।

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Bhagwat Kathanak            Katha Hindi
braj ke pad 

 रे मन वृन्दावनविपिन निहार। ब्रज के भजन पद


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