धनि धनि राधिका के चरण । dhani dhani radhika ke charan धनि धनि राधिका के चरण । dhani dhani radhika ke charanधनि धनि राधिका के चरण । सुभग शीतल अति सुकोमल कमल के से वरण।। परम मंगल मोदकारी विरह-सागर तरण। 'दास परमानन्द' छिन-छिन श्याम जिनकी शरण।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindi धनि धनि राधिका के चरण । dhani dhani radhika ke charan Share this post