क्यों ये कहते हो भगवान आते नहीं। kaun kahta hai ki bhagwan aate nahi
क्यों ये कहते हो भगवान आते नहीं।
सच्चे दिल से इन्हें तुम बुलाते नहीं।।
सच्चे दिल से इन्हें तुम बुलाते नहीं।।
क्यों ये कहते हो कुछ भोग खाते नहीं।
भीलनी भाव से तुम खिलाते नहीं।।
भीलनी भाव से तुम खिलाते नहीं।।
क्यों यह कहते हो लज्जा बचाते नहीं।
द्रौपदी सी विनय तुम सुनाते नहीं।।
द्रौपदी सी विनय तुम सुनाते नहीं।।
क्यों ये कहते हो गीता सुनाते नहीं।
पारथी धारणा तुम बनाते नहीं।।
पारथी धारणा तुम बनाते नहीं।।
क्यों ये कहते हो भगवान सोते नहीं।
माँ यशोदा की भाँति सुलाते नहीं।।
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