काश्यश्च परमेष्वासः / kasyashcha parme svasa
काश्यश्च परमेष्वासः शिखण्डी च महारथः।
धृष्टद्युम्नो विराटश्च सात्यकिश्चापराजितः॥१-१७॥
-: हिंदी भावार्थ :-
हे राजन्! श्रेष्ठ धनुष वाले काशिराज और महारथी शिखण्डी एवं धृष्टद्युम्न, राजा विराट और अजेय सात्यकि ॥