ram charit manas best chaupai रामायण की सर्वश्रेष्ठ चौपाई अर्थ सहित
जासु सत्यता ते जड़ माया। भास सत्य इव मोह सहाया ॥
(मानस १ । ११७ । ४)
परमात्माकी सत्तासे ही यह जड माया (संसार) मूढ़ताके कारण सत्यकी तरह दीखती है। मूढ़ताके कारण यह सत्य भले ही दीखे, पर वास्तवमें सत्य है नहीं। इस संसारको देखनेवाली इन्द्रियाँ, मन, बुद्धि और दीखनेवाला संसार-ये दोनों एक ही जातिके हैं।