F जगत प्रीत मत करियो रे jagat preet mat kariyo lyrics - bhagwat kathanak
जगत प्रीत मत करियो रे jagat preet mat kariyo lyrics

bhagwat katha sikhe

जगत प्रीत मत करियो रे jagat preet mat kariyo lyrics

 जगत प्रीत मत करियो रे jagat preet mat kariyo lyrics

 जगत प्रीत मत करियो रे jagat preet mat kariyo lyrics

जगत प्रीत मत करियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो रे मनवा 

भववाधा से डरियो रे मनवा


ये जग तो माया की छाया झूठी माया झूठी छाया 

या पीछे मत पडियो रे मनवा! जगत........


ये जग तो मांटी का खिलौना इस के पीछे तू मत होना 

गुरू चरणा चित धरियो रे मनवा ! जगत......


ये जग तो मतलव का साथी हारे के वस हरि ही हिमाती 

प्रभु की सुधि न विसरियो रे मनवा! जगत......


इस जग में तू आया अकेला मत करियो जग में मन मैला 

भव से पार उतारियो रे मनवा ! जगत..

जगत प्रीत मत करियो रे jagat preet mat kariyo lyrics

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