रूप वामन कौ वनायो rup vaman ko banayo
रूप वामन कौ वनायो
रूप वामन कौ वनायो बिहारी जी ने
कर
में दण्ड कमण्डल सोहे
सर
पे छत्र धरायो ! बिहारी...
माधुरी मूरत सावरी सूरत
छवि मुनिन मन भायौ ! बिहारी...
देवन
काज संवारन कारण
बलि
के द्वार पे आयो ! बिहारी...