तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye
तेरी लहर मन भाई
तेरी लहर मन भाई हो गंगा मैया ।
हरिचरणन से निकसी सुरसरि, ब्रह्म
कमंडल आई- हो....
भागीरथ ने तपस्या कीन्ही, शिव
लै शीश चढाई - हो....
प्रयागराज यमुना में मिलकर, काशी
भेंटी जाई - हो....
भारत भुमि पावन कीन्ही, तारे
अधम कसाई- हो.....
साठ हजार सगर सुत तारे, गंगा
सागर धाई- हो....
जो गंगा जी की महिमा गावे, भवसागर
तर जाई - हो...