F तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye - bhagwat kathanak
तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye

bhagwat katha sikhe

तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye

तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye

 तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye

तेरी लहर मन भाई

तेरी लहर मन भाई हो गंगा मैया ।

हरिचरणन से निकसी सुरसरि, ब्रह्म कमंडल आई- हो....

भागीरथ ने तपस्या कीन्ही, शिव लै शीश चढाई - हो....

प्रयागराज यमुना में मिलकर, काशी भेंटी जाई - हो....

भारत भुमि पावन कीन्ही, तारे अधम कसाई- हो.....

साठ हजार सगर सुत तारे, गंगा सागर धाई- हो....

जो गंगा जी की महिमा गावे, भवसागर तर जाई - हो...

तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye

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 तेरी लहर मन भाई teri lahar man bhaye

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