F गौरी पद्मा शची मेधा- षोडशमातृका gauri padma sachi medha - bhagwat kathanak
गौरी पद्मा शची मेधा- षोडशमातृका gauri padma sachi medha

bhagwat katha sikhe

गौरी पद्मा शची मेधा- षोडशमातृका gauri padma sachi medha

गौरी पद्मा शची मेधा- षोडशमातृका  gauri padma sachi medha

 गौरी पद्मा शची मेधा- षोडशमातृका  gauri padma sachi medha

षोडशमातृका

गौरी पद्मा शची मेधा, सावित्री विजया जया |

देवसेना स्वधा स्वाहा, मातरो लोकमातरः ॥ 22

धृतिः पुष्टिस्तथा तुष्टिः,आत्मनः कुलदेवता |

गणेशेनाधिका ह्येता, वृद्धौ पूज्याश्च षोडश ॥ 23

अर्थात्- गौरी, पद्मा, शची, मेधा, सावित्री, विजया, जया, देवसेना, स्वधा, स्वाहा, माताएँ, लोक माताएँ, धृति, पुष्टि, तुष्टि तथा अपनी कुल देवी ये सोलह पूजनीया मातृकाएँ गणेश से भी अधिक वृद्धि प्रदान करने वाली हैं ।

 गौरी पद्मा शची मेधा- षोडशमातृका  gauri padma sachi medha

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