सप्तघृत मातृका ध्यान मंत्र saptamatrika dhyan mantra
सप्तमातृका
कीर्तिर्लक्ष्मीधृतिर्मेधा, सिद्धिः प्रज्ञा सरस्वती
माङ्गल्येषु प्रपूज्याश्च, सप्तैता दिव्यमातरः ॥ 24 ॥
अर्थात् - कीर्ति, लक्ष्मी,
धृति, मेधा, सिद्धि,
प्रज्ञा और सरस्वती- ये सातों दिव्य माताएँ सभी माजगलिक कृत्यों में
पूजनीय होती हैं ।