अपि चेदसि पापेभ्यः सर्वेभ्यः bhagavad gita in hindi shlok

 अपि चेदसि पापेभ्यः सर्वेभ्यः bhagavad gita in hindi shlok


आपका अन्तःकरण कितना ही अशुद्ध हो, गीताने कहा है-

अपि चेदसि पापेभ्यः सर्वेभ्यः पापकृत्तमः ।
सर्व ज्ञानप्लवेनैव वृजिनं संतरिष्यसि ||

'अगर तू सम्पूर्ण पापियोंसे भी अधिक पापी है, तो भी तू ज्ञानरूपी नौकाके द्वारा निःसन्देह सम्पूर्ण पाप-समुद्रसे अच्छी तरह तर जायगा।'

अपि चेदसि पापेभ्यः सर्वेभ्यः bhagavad gita in hindi shlok

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