संगत से गुण आत हैं संगत से गुण जात

 संगत से गुण आत हैं संगत से गुण जात

संगत से गुण आत हैं संगत से गुण जात

कहते संसार एक कडवा वृक्ष है।  

संसार कटु वृक्षस्य 

यह संसार कड़वा वृक्ष है और जब वृक्ष ही कड़वा तो फल कैसा होगा इसका।  तो कहते हैं कि दो फल है जो सेवन करने योग्य है। कहते हैं कि पहला तो है सुभाषित रसा स्वाद सुंदर शास्त्रों का पुराणों का सुनना पढ़ना उसका चिंतन मनन करना। 

दूसरा है संगति सुजने जने हमारा संग जो हो ( हमारी संगति कैसी हो ) अच्छी सु यानी सुंदर, जन यानी लोग।  सुंदर लोगों से जब हम व्यवहार रखेंगे तो हमारा जीवन सुंदरता मय हो जाएगा। 

 जीवन में संग का बहुत बड़ा महत्व है। जीवन की दिशा और दशा दोनों बदलने वाला है संगत। अगर हमारा संगत जो है अच्छे लोगों से है तो हमारे अंदर केवल अच्छाई का ही प्रवेश होगा। 

और हम बहुत अच्छे हैं लेकिन थोड़ी सी त्रुटि हो गई संगति ऐसे लोगों से हो गई जिनके आचरण सही नहीं है तो समझ लेना सज्जनों कि धीरे धीरे हमारे जो सद आचरण है वह समाप्त हो जाएंगे और हम भी उसी के तरह नष्ट भ्रष्ट हो जाएंगे। 

कवि कहते हैं- 

संगत से गुण आत हैं, संगत से गुण जात। 

लोहा लगा जहाज से, संगत से उतरात।  

संग का इतना बड़ा प्रभाव होता है जीवन में कि देखिए नौका होती है आप छोटा सा कंकड़ जल पर डालिए तुरंत डूब जाएगा। 

लेकिन वही जो नौका होती है काठ की उस पर बड़े बड़े कीले लगायी हुई होती हैं- लगी हुई होती है लेकिन वह संगति किसकी संग में आ गया नौका। 

नौका का गुण क्या है जल के ऊपर रहना तो उसका संग किया तो वह भी जो है उसके संग से उतरा रहा है।  जहाज के समान। तो ऐसे ही हम सबको यह कथा हमको यही बतलाती है कि जीवन में हमारी दिशा और दशा उत्तम होना चाहिए। 

  1. संगत से गुण आत हैं संगत से गुण जात हैं। यह एक प्राचीन कहावत है जो हमें यह याद दिलाती है कि हमारे आसपास के लोग हमारे चरित्र और स्वभाव को प्रभावित कर सकते हैं।
  2. संगत का महत्व विद्यालय या काम के स्थान पर भी अधिक महत्वपूर्ण होता है। एक अच्छे संगी के साथ समय बिताने से हम अच्छे गुण सीखते हैं और अपनी व्यक्तित्व में सुधार पाते हैं। इस तरह संगत हमारे जीवन को पूर्णता की दिशा में ले जा सकती है।
  3. हमें सावधान रहना चाहिए क्योंकि दोषी संगत हमें गिरावट में डाल सकती है। एक अच्छे संगी के साथ रहने से हम प्रेरित होते हैं और भले को चाहने लगते हैं, जबकि एक बुरे संगी से हम विचलित हो सकते हैं और गलत रास्ते पर चलने लगते हैं।
  4. एक उचित संगत चुनना हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें सामर्थ्य, सकारात्मकता और सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता है। एक अच्छे संगी के साथ हमें सच्चाई और न्याय की मान्यता समझने में मदद मिलती है और हमें नीति और नियम का पालन करने की प्रेरणा देती है।
  5. इस प्रकार, संगत से गुण आत हैं संगत से गुण जात हैं। हमें सावधानी रखकर अपने संगी का चयन करना चाहिए ताकि हम सही दिशा में चलते रहें और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें।

देव दुर्लभ कथा जिस कथा को हम और आप सब बैठ कर के श्रवण कर रहे हैं यह कथा बड़ी अदभुत है इस कथा का चिंतन महापुरुष लोग सदैव करते रहते हैं यह कथा भक्ति ज्ञान वैराग्य का वर्धन करने वाली है। 

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