हास्य-व्यंग्य कहानी - सास और बहु
Hasya Vyang Story in Hindi
एक गांव की बात है एक घर में जब भी कोई साधु भीख मांगने जाता तो सास रोज मना करती बाबा कुछ नहीं है जाओ, एक बार वह सास किसी काम से गांव गई हुई थी घर में बहू थी वह बाबा आया और भीख मांगा तो बहू ने भी कह दिया कि कुछ नहीं है ,,
बाबा जाओ वह जब जाने लगा तो मार्ग में सांस मिली उसने बाबा जी से पूछा कहां गए थे, बाबा ने बोला तुम्हारे घर,, बोली मिला कुछ बाबा ने कहा नहीं उसने कहा क्यों,, मना कर दिया बहु कौन होती है मना करने वाली। मै करती तो ठीक वो क्यों की तुम चलो भिखारी ने समझा इन दोनों के झगड़े में हमें फायदा होगा वह गया।
सास ने बहु को बहुत डांटा कहा बहू को तूने मना क्यों किया ? बहु ने कहा माताजी रोज आप मना कर देती थी तो आज मैंने कर दिया, तो सास ने कहा अच्छा जो मैं करूंगी वही तू करेगी मेरी नकल करेगी - मेरी बराबरी करेगी, बहुत डांटा इस प्रकार।
वह बाबा इंतजार में बैठे वही की सास कब देगी भीख ,, यहां डाटने के बाद सास बहू से बोलती है की बहू अरे मना करती तो मैं करती तूने क्यों किया , सांस ने भिखारी से कहा बाबा जाओ मैं मना कर रही हूं कुछ नहीं है जाओ।
हास्य-व्यंग्य कहानी - सास और बहु
Hasya Vyang Story in Hindi
हास्य-व्यंग्य कहानी - सास और बहु
Hasya Vyang Story in Hindi