Charan Sparsh Pranam In Hindi
क्यों करते हैं चरण स्पर्श?
चरण स्पर्श की बड़ी महिमा है। अपनों से बड़ों के चरण स्पर्श करना हमारी प्राचीन संस्कृति है।
प्रत्येक पर्व पर हम यह परम्परा निभाते हैं, परन्तु कई बार केवल औपचारिकतावश। नमन तो होता है पर उसमें श्रद्धा नहीं होती है।
होना यह चाहिए कि पूरी निष्ठा के साथ चरण स्पर्श हो ताकि चरणों में निहित ऊर्जा हमें प्राप्त हो सके।
चरणों में पावनता होती है, इसीलिए चरणकमल कहा जाता है। हमारा पूरा शरीर कमल के समान है।
चरण स्पर्श किसी विशेष दिन ही क्यों?
यह तो प्रतिदिन करना चाहिए। प्रातः उठने के पश्चात् पहला काम यही करना चाहिए। इससे हमारा मन शांत रहता है, एक ताजगी रहती है।
Charan Sparsh Pranam In Hindi
उस समय जो भी काम किया जाए, वह पूजा होती है। यह भी एक प्रकार से पूजा ही है, जिसका प्रतिफल तुरंत मिलता है शुभ आशीष के रूप में।
आशीर्वाद मिलना बहुत बड़ी बात है। यह भी एक प्रकार की आयु है। 'आयुष्मान भव' का आशीर्वाद आयु बढ़ाता है।
'कीर्तिमान भव' कीर्ति में वृद्धि करता है। 'विजयी भव' सफलता प्रदान करता है।
‘अखण्ड सौभाग्यवती भव' यह आशीष महिलाओं को विशेष प्रिय होता है। ऐसे ही चरण स्पर्श हमें विनम्र बनना सिखाता है। विनम्रता से ही महानता मिलती है।
Charan Sparsh Pranam In Hindi