Jal Devta Ki Mahima
जल भी देवता है?
हमारी संस्कृति में वायु को भी देवता माना गया है। उपनिषदों में वायु की देवी शक्ति की संकल्पना का वर्णन है और कहा गया है कि वायु ही प्राण बनकर शरीर में वास करती है।
वेदों में वायु को औषधीय गुणों से युक्त माना गया है। वैदिक ऋषियों द्वारा जल की प्राप्ति के लिए भी कामना की गयी है।
अथर्ववेद के भूमि सूक्त में उल्लेख भी आया है।
नदियों के विषय में कहा गया है कि गंगा के दर्शन मात्र से मुक्ति मिल जाती है जल को इतनी महत्ता प्रदान की गयी है कि जलस्त्रोतों में प्रातः काल स्नान करने से पहले सो रही गंगा को जगाया जाता है, तब उनमें स्नान किया जाता है और स्नान करने से पूर्व उनके जल को ललाट पर लगाया जाता है।
Jal Devta Kaun Hai