स वै पुसां परोधर्मो /sa vai pusam parodharmo
स वै पुसां परोधर्मो यतो भक्ति रधोक्षजे |
अहैतुक्य प्रतिहिता ययात्मा सम्प्रसीदति ||
मनुष्य का परम धर्म वही है जिसके करने से भगवान श्री हरि की भक्ति प्राप्त हो और वह भक्ति निस्काम हो तथा सदा बनी रहे क्योंकि कहा गया है |स वै पुसां परोधर्मो /sa vai pusam parodharmo
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