श्वविड्वराहोष्ट्रखरैः /Śvaviḍa varā hōṣṭra kharaiḥ
श्वविड्वराहोष्ट्रखरैः संस्तुतः पुरुषः पशुः |
न यत्कर्णपथोपेतो जातुनाम गदाग्रजः ||
परीक्षित- जिसने कभी भी इस जीवन में भगवान श्री कृष्ण के मधुर लीलाओं का श्रवण नहीं किया वह मनुष्य कुत्ते ,सूकर, ऊंट और गधे के समान है |
श्वविड्वराहोष्ट्रखरैः /Śvaviḍa varā hōṣṭra kharaiḥ
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