स्वायम्भुवस्य च मनो /svayambhuvasya cha mano
स्वायम्भुवस्य च मनोर्वंशः परम सम्मतः |
कथ्यतां भगवन यत्र मैथुनेनैधिरे प्रजा: ||
मुनिवर आप परम आदरणीय श्री स्वयंभू मनु के वंश का वर्णन कीजिए ,जिसमें मैथुन धर्म से प्रजा की सृष्टि हुई थी |
स्वायम्भुवस्य च मनो /svayambhuvasya cha mano
- आप के लिए यह विभिन्न सामग्री उपलब्ध है-
भागवत कथा , राम कथा , गीता , पूजन संग्रह , कहानी संग्रह , दृष्टान्त संग्रह , स्तोत्र संग्रह , भजन संग्रह , धार्मिक प्रवचन , चालीसा संग्रह , kathahindi.com
आप हमारे whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें- click here
हमारे YouTube चैनल को सब्स्क्राइब करने के लिए क्लिक करें- click hear