यदा तू राजा स्वसुतानसाधून् /yada tu raja svasutan
यदा तू राजा स्वसुतानसाधून्
पुष्णन्नधर्मेण विनष्टदृष्टिः |
भ्रातुर्यविष्ठस्य सुतान् विबन्धून्
प्रवेश्य लाक्षाभवने ददाह ||
परीक्षित जिस समय अंधे राजा धृतराष्ट्र पुत्र मोह में अंधे हो रहे थे वह अन्याय पूर्वक अपने पुत्रों का पालन पोषण कर रहे थे उस समय उन्होंने निरपराध महाराज पांडु के पुत्रों को जो सब तरह से योग्य थे उन्हें लाक्षा भवन में जलाकर मारना चाहा परंतु पांडव विदुर जी की सहायता से वहां से निकलने में सफल हुए मार्ग में हिडिंब से भीमसेन का युद्ध हुआ।
यदा तू राजा स्वसुतानसाधून् /yada tu raja svasutan
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