Bhagwat Manglacharan Shlok / मंगलाचरण के श्लोक

Bhagwat Manglacharan Shlok / मंगलाचरण के श्लोक

भागवत कथा की पीडीएफ पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-

अस्मद  गुरुभ्यो नमः , 

अस्मत परम गुरुभ्यो नमः, 

अस्मत सर्व गुरुभ्यो नमः , 

श्री राधा कृष्णाभ्याम्  नमः,

 श्रीमते रामानुजाय नमः


लम्बोदरं परम सुन्दर एकदन्तं,

पीताम्बरं त्रिनयनं परमंपवित्रम् । 

उद्यद्धिवाकर निभोज्ज्वल कान्ति कान्तं, 

विध्नेश्वरं सकल विघ्नहरं नमामि।।


शरीरं स्वरूपं ततो कलत्रं 

             यशश्चारु चित्रं धनं मेरु तुल्यं।

मनश्चै न लग्नं श्री गुरु रङ्घ्रिपद्मे 

            ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम्  ।।

Bhagwat Manglacharan Shlok / मंगलाचरण के श्लोक


नारायणं नमस्कृत्य नरं चैव नरोत्तमम् । 

देवीं सरस्वतीं व्यासं ततो जयमुदीरयेत् ।।१


जयतु जयतु देवो देवकीनन्दनोऽयं

जयतु जयतु कृष्णो वृष्णिवंशप्रदीपः ।

जयतु जयतु मेघश्यामलः कोमलाङ्गः

जयतु जयतु पृथ्वीभारनाशो मुकुन्दः ॥


कृष्ण त्वदीयपदपङ्कजपञ्जरान्तं

अद्यैव मे विशतु मानसराजहंसः ।

प्राणप्रयाणसमये कफवातपित्तैः

कण्ठावरोधनविधौ स्मरणं कुतस्ते ॥


बर्हापीडं नटवरवपुः कर्णयोः कर्णिकारं

बिभ्रद् वासः कनककपिशं वैजयन्तीं च मालाम् |

रन्ध्रान् वेणोरधरसुधया पूरयन गोपवृन्दैः

वृन्दारण्यं स्वपदरमणं प्राविशद् गीतकीर्तिः ||


करारविन्देन पदारविन्दं, मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्।

वटय पत्रस्य पुटेशयानं, बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि।।


रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे

रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नम:।


अंजना नंदनं वीरं जानकी शोक नाशनं! 

कपीश मक्ष हंतारं – वंदे लंका भयंकरं!! 


मूकं करोति वाचालं पङ्गुं लङ्घयते गिरिं ।

यत्कृपा तमहं वन्दे परमानन्द माधवम् ॥


भक्त भक्ति भगवंत गुरु चतुर नाम बपु एक। 

इनके पद वंदन कीएँ नासत विध्न अनेक ।।



Bhagwat Manglacharan Shlok / मंगलाचरण के श्लोक

भागवत कथानक के सभी भागों की क्रमशः सूची/ Bhagwat Kathanak story all part
भागवत कथा ऑनलाइन प्रशिक्षण केंद्र- भागवत कथा सीखने के लिए अभी आवेदन करें- 

0/Post a Comment/Comments

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं ? आपकी टिप्पणियों से हमें प्रोत्साहन मिलता है |

Stay Conneted

(1) Facebook Page          (2) YouTube Channel        (3) Twitter Account   (4) Instagram Account

 

 



Hot Widget

 

( श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र )

भागवत कथा सीखने के लिए अभी आवेदन करें-


close