दिष्टयाम्ब ते कुक्षिगत: /Diṣṭayāmba tē kukṣhi gatah
दिष्टयाम्ब ते कुक्षिगत: पर: पुमा- नंशेन साक्षाद् भगवान् भवाय न:।
मा भूद् भयं भोजपतेर्मुमूषर्षो- र्गोप्ता यूदूनां सविता तवात्मज:।। १०/२/ ४१
हे माता जी आपके घर में साक्षात भगवान श्री हरि पधारे हैं इसलिए आप कंस से बिल्कुल भी मत डरिएगा, क्योंकि यह कंस तो थोड़े ही दिनों का मेहमान है | आपका पुत्र सदा यदुवंशियों की रक्षा करेगा | मा भूद् भयं भोजपतेर्मुमूषर्षो- र्गोप्ता यूदूनां सविता तवात्मज:।। १०/२/ ४१
दिष्टयाम्ब ते कुक्षिगत: /Diṣṭayāmba tē kukṣhi gatah
- आप के लिए यह विभिन्न सामग्री उपलब्ध है-
भागवत कथा , राम कथा , गीता , पूजन संग्रह , कहानी संग्रह , दृष्टान्त संग्रह , स्तोत्र संग्रह , भजन संग्रह , धार्मिक प्रवचन , चालीसा संग्रह , kathahindi.com
आप हमारे whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें- click here
हमारे YouTube चैनल को सब्स्क्राइब करने के लिए क्लिक करें- click hear