द्रोणो वसूनां प्रवरो /Drōṇō vasūnāṁ pravarō
द्रोणो वसूनां प्रवरो धरया सह भार्यया ।
करिष्यमाण आदेशान् ब्रह्मणस्तमुवाच ह ।। १०/८/४८
परीक्षित नंदबाबा पूर्व जन्म में द्रोण नाम के वसु थे और यशोदा जी धरा थी | ब्रह्मा जी के आदेश देने पर जब इन्होंने भगवान श्रीहरि की आराधना की भगवान श्री हरि प्रसन्न हो गए भगवान से इन्होंने वरदान मांगा हमें आप की बाल लीलाओं का आनंद प्राप्त हो, भगवान श्री हरि ने कहा ऐसा ही होगा |
द्रोणो वसूनां प्रवरो /Drōṇō vasūnāṁ pravarō
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