इन्द्रियाणि हृषीकेश: /Indriyāṇi hr̥ṣīkēśah
इन्द्रियाणि हृषीकेश: प्राणान् नारायणोऽवतु ।
श्वेतद्वीप पतिश्चित्तं मनो योगेश्वरोऽवतु।। १०/६/२४
ऋषिकेश भगवान इंद्रियों की रक्षा करें ,नारायण प्राणों की ,श्वेत दीप के अधिपति वाराह भगवान चित्त की और योगेश्वर भगवान मन की रक्षा करें |
इन्द्रियाणि हृषीकेश: /Indriyāṇi hr̥ṣīkēśah
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