F नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne - bhagwat kathanak
नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne

bhagwat katha sikhe

नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne

नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne

 नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne


नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने जाताह्लदो महामना:। 
आहूय विप्रान् वेदज्ञान् स्नात: शुचिरलड़्कृत:।। १०/५/१
नंद बाबा की जब चतुर्थ अवस्था आ गई और उनकी कोई संतान नहीं हुई तो उन्होंने ब्रजवासी ब्राह्मणों से अनुष्ठान कराया ब्रजवासी ब्राह्मण दिन में अनुष्ठान करते रात्रि में भांग खाकर रबड़ी छानते और भगवान से प्रार्थना करते प्रभु नंद बाबा को एक प्यारो सो लाला दे दो |

 नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne


 नन्दस्त्वात्मज उत्पन्ने /nandastvatmaj utpanne


    Ads Atas Artikel

    Ads Center 1

    Ads Center 2

    Ads Center 3