F स्वागतं ते नमस्तुभ्यं /svagtam te namas tubhyam - bhagwat kathanak
स्वागतं ते नमस्तुभ्यं /svagtam te namas tubhyam

bhagwat katha sikhe

स्वागतं ते नमस्तुभ्यं /svagtam te namas tubhyam

स्वागतं ते  नमस्तुभ्यं /svagtam te namas tubhyam

 स्वागतं ते  नमस्तुभ्यं /svagtam te namas tubhyam


स्वागतं ते  नमस्तुभ्यं ब्रह्मन्किं करवाम  ते  । 
ब्रह्मर्षिणां तप: साक्षान्मन्ये  त्वाऽऽर्य वपुर्धरम्।। ८/१८/२९

प्रभो आपको देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि ब्रम्हर्षियों की तपस्या मूर्तिमान होकर मेरे सामने आ गई हो, मैं आपको नमस्कार करता हूं | आपका स्वागत है, आपके कारण हमारे पितर आज तृप्त हो गए | हमारा कुल पवित्र हो गया, और मेरा यज्ञ सफल हो गया |

 स्वागतं ते  नमस्तुभ्यं /svagtam te namas tubhyam


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