तत्तेनुकम्पां सुसमीक्षमाणो /Tattē nukampām sus mīkṣhamānō
प्रभो जो आपकी कृपा का अनुभव करता है प्रारब्ध से जो कुछ भी प्राप्त होता है उसमें ही संतुष्ट रहता है और ह्रदय वाणी से अपने आपको आपके चरणों में समर्पित कर देता है, वह जैसे पिता की संपत्ति पर पुत्र का अधिकार होता है वैसे ही वह मुक्ति का अधिकारी हो जाता है |
तत्तेनुकम्पां सुसमीक्षमाणो /Tattē nukampām sus mīkṣhamānō
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