वसुधे त्वां वधिष्यामि /vasudhe tvam vadhishyami
वसुधे त्वां वधिष्यामि मच्छासनपराङ् मुखीम् |
भागं बर्हिषि या वृङ्त्ते न तनोति च नो वसु ||
पृथ्वी तू मेरी आज्ञा का उल्लंघन करती है यज्ञ में अपना भाग तो ले लेती है परंतु बदले में हमें अन्न नहीं देती इसलिए मैं तुझे मार डालूंगा ,,,
वसुधे त्वां वधिष्यामि /vasudhe tvam vadhishyami
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