F महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta - bhagwat kathanak
महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta

bhagwat katha sikhe

महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta

महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta

 महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta

महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta


महेश्वरे वा जगतामधीश्वरे जनार्दने वा जगदन्तरात्मनि।

तयोर्न भेदप्रतिपत्तिरस्तिमे तथापि भक्तिस्तरुणेन्दुशेखरे॥८४॥

यद्यपि भगवान् शंकर में और विष्णु जनार्दन में कोई भेद मालूम नहीं पड़ रहा है, फिर भी जिनके शिर पर तरुण चन्द्रमा विराजमान है उन्हीं में हमारी भक्ति हो।

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 महेश्वरे वा जगता /maheshvre va jagta

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