छोटी सीख वाली कहानी
साहस सँभालें
छोटी सीख वाली कहानी
कबाइली लुटेरों को भगाकर महाराज लौटे तो उन्होंने सेनापति बुलाकर पूछा- “मेरे साथ कितने सैनिक गये थे?"
सेनापति ने सिर झुकाये हुए उत्तर दिया-“एक सौ पचास।" महाराजा ने दूसरा प्रश्न किया-“और कबाइली कितने थे?" सेनापति लज्जित होते हुए बोला-“जी, पन्द्रह सौ।" "
छोटी सीख वाली कहानी
लेकिन फिर भी वे भाग गये। ऐसा कैसे हुआ?” महाराजा ने पूछा।
सेनापति का उत्तर था-“जी, आपकी दृढ़ प्रतिज्ञा और अजेय बहादुरी के कारण ही ऐसा हुआ।"
महाराज उत्तेजित होते हुए बोले-“मेरी नहीं, हमारी बहादुरी कहो। क्या आप जानते नहीं कि हमारा एक वीर सैनिक सवा लाख सैनिकों के बराबर है।
रक्षा करने वाले एक सिपाही की शक्ति उन सवा लाख सिपाहियों के बराबर होती है, जो हमला करते हैं।
आपको इसका अनुभव अब हो जाना चाहिए। वास्तविकता यह है कि आपकी हिम्मत टूट गई थी। अतः आप सिपाहियों पर भरोसा नहीं कर सके।"
सेनापति ने इसे स्वीकार किया। अब उसे इस बात पर विश्वास हो गया था।