जायेगा जब यहाँ से /jayega jab yaha se lyrics
जायेगा जब यहाँ से
जायेगा जब यहाँ से कुछ भी न पास होगा।
दो गज कफन का टुकड़ा, तेरा लिवास होगा।
काँन्धे पे धर ले जाएं, परिवार वाले तेरे,
यमदूत ले 'पकड़ कर डोलेंगे घेरे-घेरे,
पीटेगा छाती अपनी कुनबा उदास होगा।।1।।
चुन-चुन के लकड़ियों में रखदें तेरे बदन को,
आकर के झट उठा ले मेहतर तेरे कफन को,
दे देगा आग तुझमें बेटा जो खास होगा ॥2॥
मिट्टी में मिले मिट्टी, बांकी खाक होगी,
सोने सी तेरी काया, जलकर के राख होगी,
दुनियां को छोड़ तेरा मरघट में वास होगा ।।3।।
हरि का नाम जपते, भवसिंधु पार होते,
माया मोह में फंस कर जीवन अमूल्य खोते,
प्रभु का नाम जपले, बेड़ा जो पार होगा ॥4॥
जायेगा जब यहाँ से /jayega jab yaha se lyrics
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